
जुलाई का महीना डेंगू से बचाव के लिए समर्पित माह के रूप में मनाया जा रहा: डिप्टी कमिश्नर
अब तक 124 स्थानों से डेंगू का लार्वा पाया गया :सिविल सर्जन
बरनाला: पंजाब सरकार द्वारा प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए उठाए जा रहे कदमों के तहत ज़िला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग डेंगू से लोगों को बचाने के लिए सक्रिय हैं। डिप्टी कमिश्नर बर्नाला श्री टी. बेनिथ आई.ए.एस. ने बताया कि जुलाई का महीना डेंगू से बचाव के लिए समर्पित माह के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मानसून सीजन के दौरान बारिश के कारण पानी जमा हो जाता है, जिससे डेंगू का लार्वा पनपने की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि डेंगू के कारणों, लक्षणों और इलाज के बारे में लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाए और लार्वा को नष्ट करने की गतिविधियाँ रोजाना स्तर पर चलाई जाएं।
इस अवसर पर सिविल सर्जन बरनाला श्री बलजीत सिंह ने बताया कि पंजाब सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा ज़िले में डेंगू के विरुद्ध 67 टीमें बनाई गई हैं, जिन्होंने 1 जनवरी से अब तक 56646 स्थानों पर जांच की है। उन्होंने बताया कि अब तक 124 स्थानों से डेंगू का लार्वा पाया गया है।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य वर्कर रोजाना अलग-अलग स्थानों पर जाकर डेंगू और मलेरिया संबंधी जागरूकता फैलाते हैं और लार्वा पनपने वाले स्थानों की जांच करते हैं। इसके अलावा “हर शुक्रवार डेंगू पर वार” अभियान चलाया जाता है, जिसके तहत स्वास्थ्य कर्मचारी, नर्सिंग के विद्यार्थी और आशा वर्करों की मदद से ज़िले के विभिन्न स्थानों पर गमलों, कूलरों, टायरों, घड़ों, फ्रिज की बैक ट्रे, खिलौनों आदि में मच्छरों के लार्वा की जांच की जाती है। उन्होंने कहा कि लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है कि हर शुक्रवार इस अभियान के तहत पानी वाले बर्तनों को सुखा दें।
डेंगू के लक्षण क्या हैं: ज़िला एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. मुनीश ने बताया कि डेंगू एडिज नामक मच्छर के काटने से फैलता है। अगर किसी को कंपकंपी के साथ बुखार, सिर दर्द, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, शरीर पर लाल धब्बे, नाक या मुंह से खून आना जैसे लक्षण हों, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह अनुसार इलाज करवाना चाहिए। उन्होंने बताया कि डेंगू का इलाज संभव है और सरकारी अस्पतालों में इसका इलाज और टेस्ट बिल्कुल मुफ्त किया जाता है।
बचाव के उपाय क्या हैं
डेंगू से बचाव के लिए कूलर और गमलों की ट्रे में जमा पानी को सप्ताह में एक बार जरूर साफ करें।
ऐसे कपड़े पहनें जिससे शरीर ढका रहे ताकि मच्छर काट न सकें।
सोते समय मच्छरदानी, मच्छरों से बचाव वाली क्रीम आदि का उपयोग करें।
बुखार होने पर केवल पैरासिटामोल की गोली ही लें।
छतों पर रखी पानी की टंकियों के ढक्कन को अच्छी तरह बंद रखें।
टूटे बर्तन, ड्रम, टायर आदि को खुले में न रखें।
अधिक मात्रा में तरल पदार्थ पिएं।
अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 104 पर संपर्क करें।